मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रांतीय महासचिव विनय अग्रवाल, संभागीय महासचिव प्रवीण मिश्रा, को राज्य पत्रकार कल्याण कोष समिति का सदस्य चुना गया है। चुने गए पदाधिकारिओं का कार्यकाल दो साल होगा । पत्रकारद्वय को श्रमजीवी पत्रकार संघ ने बधाई दी । बधाई देने वालों में डॉ सुरेश सम्राट, सुरेश शर्मा, प्रदीप मन्दरे, रविन्द्र झारखरिया, रविशेखर, अरविन्द श्रीवास्तव, अनिल अरोरा, उमेश सिंघ , आदि थे।
Tuesday, August 5, 2008
अग्रवाल व् मिश्रा पत्रकार कल्याण कोष समिति में शामिल
ग्वालियर विकास समिति करेगी ४३ गोरवों का सम्मान
इस वर्ष १५ अगस्त को ३१ वे अभिनन्दन समारोह में महानगर की सामाजिक संस्था ग्वालियर विकास समिति ४३ गोरवों का सम्मान करने का निर्णय गत रात्रि जीवाजी विस्वविध्यालय के कुलपति आचार्य Ak Kapoor एवं LNIPE के कुलपति मेजर जनरल SN Mukherjee की सयुंक्त अध्यक्षता में संपन्न चयन समिति की बैठक में लिया गया । बैठक में DIG आदर्श कटियार, DIG BSF V.K Pandey, additional SP Manohar Verma, Anil Kuswah, ADM R.K Jain, Aditional Collector Vinod Sharma, Dean Dr. Sheela Sapre, वरिष्ठ पत्रकार राकेश पाठक, सुरेश सम्राट, केन्द्र निदेशक दूरदर्शन आर बी भंडारकर , जनसंपर्क संचालक सुभाष अरोरा, मेला उपाध्यक्ष वेद प्रकाश, डॉ आभारानी टमोतिया , अखिलेंदु अरजरिया, अरुणा सैन्य, नलिनी श्रीवास्तव, डॉ ऍम ऍम श्रीवास्तव, आदि ने सर्वसम्मति से तिघरा में पानी लेन हेतु भागीरथी प्रयास के लिए जल संसाधन मंत्री अनूप मिश्रा सहित ४२ अन्य गोरवों को सम्मानित करने का निर्णय लिया। ग्वासिस के महासचिव मनमोहन घायल ने बताया बताया की शहर के चुनिन्दा लोगो को जिन्होंने शहर के विकास में बहुत योगदान दिया है । उन सभी लोगों को सम्मानित किया जाएगा । जिनमे मुख्य रूप से नईदुनिया के पत्रकार राजदेव पाण्डेय, निर्मला अरोरा, अब्दुल हामिद कादरी, डॉ संदीप कुल्श्रेष्ट्र मोहन अम्बर, आदि को सम्मानित किया जाएगा। युवा पत्रकार राजदेव पाण्डेय को स्वर्गीय कैलाश परिहार पत्रकारिता सम्मान दिया जाएगा। कार्य क्रम में Dr. AS Bhalla, डॉ दीपेन्द्र टमोटिया , धर्म कुमार, अशोक जैन, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
Friday, July 18, 2008
आ रहा हूँ में
Friday, April 18, 2008
नमन गणतंत्र का आठवा अंक शीघ्र
Friday, March 21, 2008
Tuesday, February 19, 2008
ग्वालियर से तीन नए अखबार
बल्ले -बल्ले होने बाली है !
Wednesday, February 13, 2008
एक पत्रकार अभी जीवित है !
पत्रकार - मीडियाकर्मी और नेताओं के बीच के रिश्ते पर एक भयानक त्रासदी है ! जब पत्रकार भ्रष्ट नेता के भ्रष्टाचार की पोल खोलता है तो ! नेता यह बात दबाने के लिए पहले पैसा फेंकता है ! धमकाता है ! नौकरी से निकलवाता है! यदि ये प्रयास सफल नही हुए तो फिर उत्तराखंड के युवा पत्रकार स्व डोभाल की तरह उसे मौत के घाट उतरवाता है ! इसके ख़िलाफ़ साथी पत्रकार पहले एकजुट होते है ! फिर विज्ञापन/ प्रलोभन का तेज झोंका आता है तो वे पीड़ित मृत पत्रकार को ब्लेकमेलर बताते हुए खबरें गढ़ते हैं!
मध्यप्रदेश के गुना में फिर ऐसी कहानी दोहराई गई ! यहाँ एक नेता के खिलाफ गड़बड़ झाला की आवाज बुलंद करने की सजा वहाँ के एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार को जानलेवा हमले के रूप में भुगतना पड़ी ! पत्रकार की इतनी पिटाई की गई की पाँव की हड्डी 18 जगह से टूट गई! डॉ. का मानना है कि यह पत्रकार कभी भी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पायेगा
दूसरे दिन घटना के विरोध में सभी पत्रकार कलेक्टर से मिले! तीसरे दिन नेता जी ने पत्रकारों को सेट किया! उसके बाद ज्यादातर अखवारों ने छापा दुनिया का सबसे ज्यादा चोर उनका यानी पत्रकारों का ही साथी था ! नेता जी जैसे संत ने तो हमारे तालाब की यही मछली को मारकर तालाब के साफ करके चोथे स्तम्भ पर उपकार ही किया है! बेचारी पुलिस कह रही है कि हमने आरोपी पकड़ लिए है ! फरियादी का क्या ? वे नेता जी का हाथ होने से मना कर रहे हैं अब हम आरोपी कि बात मानेंगे या फरियादी की ! कहो खूब रही न जब चोर कह रहा मैंने चोरी नहीं कि तो भला फरियादी कि क्या विसात कि वह चोर को पकड़वा सके ! आप कहो तो कहो में नहीं कहता कि चोर चोर मोसेरे भाई इसी को कहते हैं !
एक पत्रकार अभी जीवित है !
पत्रकार - मीडियाकर्मी और नेताओं के बीच के रिश्ते पर एक भयानक त्रासदी है ! जब पत्रकार भ्रष्ट नेता के भ्रष्टाचार की पोल खोलता है तो ! नेता यह बात दबाने के लिए पहले पैसा फेंकता है ! धमकाता है ! नौकरी से निकलवाता है! यदि ये प्रयास सफल नही हुए तो फिर उत्तराखंड के युवा पत्रकार स्व डोभाल की तरह उसे मौत के घाट उतरवाता है ! इसके ख़िलाफ़ साथी पत्रकार पहले एकजुट होते है ! फिर विज्ञापन/ प्रलोभन का तेज झोंका आता है तो वे पीड़ित मृत पत्रकार को ब्लेकमेलर बताते हुए खबरें गढ़ते हैं!
मध्यप्रदेश के गुना में फिर ऐसी कहानी दोहराई गई ! यहाँ एक नेता के खिलाफ गड़बड़ झाला की आवाज बुलंद करने की सजा वहाँ के एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार को जानलेवा हमले के रूप में भुगतना पड़ी ! पत्रकार की इतनी पिटाई की गई की पाँव की हड्डी 18 जगह से टूट गई! डॉ. का मानना है कि यह पत्रकार कभी भी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पायेगा
दूसरे दिन घटना के विरोध में सभी पत्रकार कलेक्टर से मिले! तीसरे दिन नेता जी ने पत्रकारों को सेट किया! उसके बाद ज्यादातर अखवारों ने छापा दुनिया का सबसे ज्यादा चोर उनका यानी पत्रकारों का ही साथी था ! नेता जी जैसे संत ने तो हमारे तालाब की यही मछली को मारकर तालाब के साफ करके चोथे स्तम्भ पर उपकार ही किया है! बेचारी पुलिस कह रही है कि हमने आरोपी पकड़ लिए है ! फरियादी का क्या ? वे नेता जी का हाथ होने से मना कर रहे हैं अब हम आरोपी कि बात मानेंगे या फरियादी की ! कहो खूब रही न जब चोर कह रहा मैंने चोरी नहीं कि तो भला फरियादी कि क्या विसात कि वह चोर को पकड़वा सके ! आप कहो तो कहो में नहीं कहता कि चोर चोर मोसेरे भाई इसी को कहते हैं !